मेरी भी लोहड़ी मनाना ,
ज्यादा नही तो थोड़ी मनाना ,
रक्षा बन्धन भाई-बहना का
भाई-दूज भी भाई-बहन का
दिवाली और लोहड़ी केवल भईया का क्यूँ ,
तुम दोनों बिन हर त्यौहार अधूरा ,
कहा पापा ने हम दोनों को ,
पहना क्र अपनी बाँहों का हार ,
दिवाली-लोहड़ी लड़का - लड़की का नहीं ,
ये तो है बच्चों का त्यौहार
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